पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan) की 14वीं किस्त का पैसा जून के पहले पखवाड़े में जारी कर दिया जाएगा. पीएम किसान पोर्टल पर देश के 12 करोड़ से अधिक किसान पंजीकृत हैं। सरकार की सख्ती और ई-केवाईसी की मजबूरी के चलते पिछली दो किश्तों में 3 करोड़ से ज्यादा किसान इस योजना से वंचित हो रहे हैं।
इस बार भी करोड़ों किसानों के खातों में 2000-2000 रुपये की राशि नहीं आने वाली है। बता दें कि यूपी के करीब 2 करोड़ 20 लाख किसानों को इस महीने सम्मान निधि की धनराशि मिलेगी. इसके लिए ग्राम पंचायतों में विशेष शिविर लगाकर योजना के लिए किसानों का ईकेवाईसी कराया जा रहा है।
13वीं किस्त या यूं कहें कि दिसंबर-मार्च की किस्त सिर्फ 8.80 करोड़ किसानों के बैंक खाते में पहुंची। जबकि 12वीं यानी अगस्त-नवंबर 2022-23 की किस्त 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में गई। वहीं, 11.27 करोड़ किसानों के खातों में अप्रैल-जुलाई की किस्त पहुंच चुकी है।
उत्तर प्रदेश की ग्राम पंचायतों में विशेष शिविर
उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि 15 जून के आसपास पीएम किसान सम्मान निधि की धनराशि किसानों के बैंक खातों में भेज दी जाएगी. वर्तमान में ग्राम पंचायतों में विशेष शिविर लगाकर योजना के लिए किसानों का ईकेवाईसी कराया जा रहा है।
उनके जमीन के रिकॉर्ड का सत्यापन किया जा रहा है और बैंक खातों को आधार कार्ड से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक ईकेवाईसी के 75205, भू-अभिलेख के 9903 और आधार को बैंक खातों से जोड़ने के 80435 मामले पूरे हो चुके हैं। इससे इन किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिल सकेगा।
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वंचित होते गए किसान
योजना की शुरुआत में राज्य में लगभग 2 करोड़ 63 लाख किसानो ने पंजीकरण कराया और इनमें से सभी किसानों को योजना की पहली, दूसरी और तीसरी किस्त का पैसा मिला था। लेकिन जब जांच शुरू हुई तो इनमें से हजारों किसान सरकारी नौकरी करते और आयकर दाता पाए गए।
इसके अलावा और भी कई कारणों से राज्य के इन किसानों को अपात्र घोषित किया गया था। अब एक बार फिर योजना की पात्रता तय करने के लिए सभी किसानों का ईकेवाईसी कराया जा रहा है। साथ ही उनके जमीन के अभिलेखों का सत्यापन भी किया जा रहा है और उनके बैंक खातों को आधार कार्ड से भी जोड़ा जा रहा है।
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